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आप एक कवि हो

हर एक शख्स में एक कवि छुपा होता है, और हर एक शख्स की एक कहानी। अब, किस प्रकार के?  ये उस पर पूर्णतया निर्भर करता है कि उसकी परिस्थिति कैसी है। कोई उसे शब्दों में पिरो कर उसे कागज पे संवारता है तो कोई उसे किसी शाम ग़ज़लों के धुन पर जाम के साथ बहा देता है। तो कोई अपने दिलों दिमाग मे दफ़्न कर देता है तो कोई हर सुबह भगवान की पूजा के तरह वंदना करता है।
पर हरेक की कद्र करने की खासियत अनोखी और अनूठी होती है।

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Peace of mind

                                                 "Peace of mind" आज फिर हम शांति की खोज में निकले, चूँकि कई दिनों से थक गया था रूम पर पड़े पड़े। सो सोचा "क्यों न आज कहीं चलें"। तो निकल पड़ा।                         आपको यह हैरानी होगी यह बात जानकर कि आखिर किस "शांति" की खोज में हम निकले थे। आपको बता दूँ की शांति भी दो तरीके की होती है या यूँ कहें की तीन। एक तो मन की शांति, जो हम कभी खोजने नही निकलते,लुप्त सा हो गया है आज के आधुनिक जीवन में। हम तो भैया दूसरी शांति में खोज में निकलते हैं,जो की आँख की शांति होती है,जो की internet के कुछ चुनिंदे website पर मिल जाते हैं(अक्सर जिसकी हम किसी से चर्चा नही करते),हालाँकि इसे तन की शांति भी कह सकते हैं,अर्थात् तीसरी।                         यह शांति किसी जंगल,शहर से कहीं दूर एकांत में नही मिलती,ये तो कहीं ...

एक पड़ाव जिंदगी के

जिंदगी के राह में चलते चलते एक ऐसा मोड़ आता है या यूं  कहें कि ऐसा दौर आता है कि आप किसी से बात नही करना चाहते हैं, न कोई आपसे लोग आपको इग्नोर करने लगते हैं आप खुद से नफरत करने लगते हैं खुद को हेय दृष्टि से देखते हैं खुद को कमजोर समझते हैं खुद को अलग थलग महसूस करते हैं आप हिम्मत हार जाते हैं कोई भी काम हो आपको लगता है आपसे न हो पायेगा चाहे कितनी भी आसान हो या कठिन ।                                  आपने , अब तक चाहे कितने भी मुकाम हासिल कर लिए हो( दूसरों को जैसा लगता है) आप खुश नही होते। हाँ, हमें एक जगह नही रुकना चाहिए, हमेशा आगे बढ़ने की सोचनी चाहिए। पर ,आखिर किस कीमत पर खुद को दुखी रख कर, खुद को सबसे पीछे देख कर। आप लोगों की उचाईं देख, खुद को दुखी कर आगे नही बढ़ सकते । आप को हर परिस्थिति में खुश रहना चाहिए जिंदगी के हर मोड़ पर।